स्वतंत्र सिंह भुल्लर नई दिल्ली
नई दिल्ली। पिछले दिनों सफदरजंग अस्पताल में ब्रेन डेड डोनर एवं अंग प्रत्यारोपण को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, ब्रेन डेथ की स्थिति में संबंधित मरीज के महत्वपूर्ण अंगों को डोनेट करने के लिए जन जागरूकता की जरूरत है। इसके लिए ब्रेन डेड व्यक्ति के परिजनों एवं आम जनों को गहराई से परिचर्चा के दौरान जानकारी प्रदान करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लोगों को इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं है। इसलिए ब्रेन डेड पेशेंट के अंगदान को लेकर असमंजस्य की स्थिति होती हैं। सफदरजंग अस्पताल की अधीक्षक डॉक्टर वंदना तलवार एवं अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर वंदना चक्रवर्ती की उपस्थिति में लोगों में ब्रेन डेथ की स्थिति में उसके महत्वपूर्ण अंगों को डोनेट करने के लिए जागरूक किया गया तथा इसके बारे में गहराई से जानकारी दी गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय अंग एवं उत्तक प्रत्यारोपण संगठन और गैर सरकारी संगठनों के विशेषज्ञों ने भी भाग लिया और पुतला के माध्यम से ब्रेन स्टेम डेथ को लेकर विशेष परिचर्चा की गई। वहीं किडनी प्रत्यारोपण के संबंध में भी लोगों के साथ अनुभव साझा किया गया। दरअसल ब्रेन डेथ में किसी भी व्यक्ति का मस्तिष्क काम करना बंद कर देता है लेकिन शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंग स्वस्थ रूप में काम करते रहते हैं। ऐसे व्यक्ति का अंगदान करने से किसी दूसरे व्यक्ति की जान बच सकती है और यह एक महान पुण्य का काम होगा इसलिए इस संबंध में लोगों को जागरूक करना तथा लोगों में इस संबंध में फैली भ्रांतियां को मिटाना काफी जरूरी है और इसी को लेकर यह कार्यशाला आयोजित की गई थी। जिसमें लोगों ने पूरी गंभीरता से ब्रेन डेथ के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा ऐसी स्थिति में अंग डोनेट करने के लिए भी प्रेरित हुए।
ब्रेन डेड मरीज के अंगदान एवं प्रत्यारोपण को लेकर सफदरजंग में कार्यशाला का आयोजन