शोषित समाज की आवाज थे डॉ. अम्बेडकर: भगवती प्रसाद पुरी


डी ए डी न्यूज़ दिल्ली
भावपूर्ण दी गई बाबा साहेब के महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रदांजलि

नई दिल्ली। नई उड़ान ट्रस्ट के संरक्षक भगवती प्रसाद पुरी ने कहा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर शोषित समाज की आवाज थे। उन्होंने यह उदगार संविधान निर्माता डा. भीमराव अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर पर यहां निर्माण भवन के सामने स्थित नट कार्यालय में नई उड़ान ट्रस्ट (नट) की ओर से आयोजित महापरिनिर्वाण दिवस पर आयोजित श्रदांजलि समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्ष नई उड़ान के संरक्षक सचिव भाई महेन्द्र सिंह रावत ने किया। इस मौके पर 

गणेश चंद्रा, सरदार गुरमीत सिंह बत्रा, नरेंद्र बर्थवाल, ज्ञान प्रकाश, नितिन तिवारी, गौरव शर्मा, आँशु आरोड़ा सहित अनेको पदाधिकारी मौजूद रहे और उन्हे अपनी सामुहिक रूप से भावपूर्ण श्रद्धाजंलि अर्पित की।                      

नट के मुख्य संरक्षक एवं पूर्व वरिष्ठ अधिकारी श्री महेश चंद्रा मौर्या जी ने बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुवे कहाँ की बाबा सहीब ने दलितों. उपेक्षितो. गरीबो. वे पिछड़ों की आवाज को बुलंदी दी वे समता मुलाक़ समाज के पक्षधर होने के साथ साथ देश से जातिगत भेदभाव समाप्त करने के लिए आजीवन संग्राथ रथ रहे उनको जितनी श्रद्धांजलि दी जय वह काम है 

नट के संरक्षक भगवती प्रसाद पुरी ने कहा कि देश के वंचित, शोषित और उपेक्षित समाज के उत्थान के लिए डा. अंबेडकर का जीवन समर्पित था। इस मौके पर नट के सचिव भाई महेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को न्याय दिलाने के लिएबाबा साहब ने जीवन पर्यत संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब के पदचिन्हों पर चलकर दलितवे उपेक्षित समाज के लोगो का संवांगीन विकास हो सकता है। भाई महेन्द्र सिंह रावत ने उनके बताए मार्ग पर चलने की शपथ ली। जिसमें सभी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब हमेशा देश से भेदभाव को समाप्त करने की बात कहते थे।