रु ग्रंथ साहिब के निरादर से सिख समाज में भारी रोष: परमजीत सिंह सरना


स्वतंत्र सिंह भुल्लर नई दिल्ली 

 गुरुद्वारा श्री कोतवाली साहिब मोरिंडा में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के निरादर व गांव गोलेवाला फरीदकोट में गुटका साहिब के बेअदबी की घटनाओं से सिख समुदाय में काफी रोष है। ये घटनाएं किसी गहरी साजिश की ओर इशारा करती हैं। जिस प्रकार ये घटनाएं निरंतर हो रही हैं उससे स्पष्ट है कि कहीं न इनके पीछे एक मंशा काम कर रही है कि इन्हें इतना आम बना दिया जाए कि समाज के बड़े हिस्से को लगे कि कोई अप्रिय घटना हुई ही नहीं। यह कहना है शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष व दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष स. परमजीत सिंह सरना का।स. सरना ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के निरादर की घटनाएं लंबे समय से होती आ रही हैं, परंतु कोई सख्त कानून ना होने के कारण आरोपी गिरफ्तार होने के बावजूद भी छूट जाते हैं। इसलिए यह घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए व ईशनिंदा को रोकने के लिए सख्त कानून बनाया जाए इसके साथ ही हम गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों और सिख संगत से भी अपील करते हैं कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब का आदर व सम्मान बनाए रखने के लिए प्रत्येक गुरुद्वारा साहिब में पहरेदार के रूप में सिंह सेवादार के प्रबंध को सुनिश्चित बनाया जाए। इससे भी बेहतर होगा कि संगत स्वयं पहरेदारी की ड्यूटी निभाए ताकि शरारती तत्वों को तुच्छ हरकत करने पर उसके अंजाम का पता हो। अंत में उन्होंने कहा कि प्रत्येक सिख के लिए गुरु ग्रंथ साहिब जी का आदर सम्मान करना प्रत्येक सिख के लिए सर्वोपरि है इसलिए आवश्यक है कि हम गुरु साहिब की मान-मर्यादा बरकरार रखते हुए अपने फर्ज़ को पहचानें।