स्वतंत्र सिंह भुल्लर नई दिल्ली
9 फरवरी: शिरोमणी अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने पंजाब की भगवंत मान सरकार को लोकतंत्र का कातिल बताया। उन्होंने कहा कल जिस तरह से बंदी सिखों की रिहाई के लिए लगाए गये मोर्चे पर भगवंत मान सरकार के पुलिसकर्मियो ने हैवानियत का नंगा नाच करते हुए लाठीयां बरसाई यह सीधे सीधे लोकतंत्र की हत्या है। इस घटना के बाद भगवंत मान सरकार को तुरन्त बरखास्त कर देना चाहिए।
सः परमजीत सिंह सरना जो आजकल विदेश में हैं उन्होंने वहीं से ब्यान देकर भगवत मान की सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बंदी सिखों की रिहाई के लिए लगाए गये मोर्चे पर लाठीयां चलवाने के बाद आम आदमी पार्टी का असली चेहरा बेनकाब हो गया है। उन्होंने कहा यह वही पार्टी है जिसके द्वारा दिल्ली के लाल किला पर लोकतंत्र बहाली की बड़ी बड़ी बाते की गई थी पर सत्ता में आते ही शायद यह सब भूल गये हैं। चिकनी चुपड़ी बातें बोलकर यह लोग पंजाब में सरकार भले ही बना गये पर मात्र कुछ महीनों में ही इनका असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है। तानाशाही में अरविंद केजरीवाल के रिमोर्ट कंट्रोल से चलने वाली भगवंत मान सरकार ने अन्य पार्टियों को भी पीछे छोड़ दिया है।
सः परमजीत सिंह सरना ने कहा इतिहास इस बात का गवाह है कि सिखों ने जो भी मोर्चे लगाए उसमें हमेशा विजयी प्राप्त की है और बंदी सिखों की रिहाई के मोर्चे में भी जीत सिखों की ही होगी। सरकारें इस बात को समझ लें कि सिख समाज पीछे हटने वाला नहीं है, इसलिए जल्द से जल्द जेलों में बंद सिख कैदियों को जिनकी सजाए पूरी हो चुकी हैं उन्हें रिहा किया जाये।