मनीष गंगावत को राजस्थान विश्वविद्यालय से मिली पीएचडी की उपाधि


डी ए डी न्यूज़ नई दिल्ली

राजस्थान यूनिवर्सिटी का 77वां स्थापना दिवस बीते रविवार 8 जनवरी को मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित 32वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र ने शिरकत व उन्होंने 395 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधियां और विभिन्न परीक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए।

राज्यपाल कलराज मिश्र ने गोल्ड मेडल और पीएचडी की डिग्री लेने वाले सभी विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। हमारी संस्कृति में शिक्षक को आचार्य कहा गया है। आचार्य का अर्थ है जिसकी कथनी और करनी में कोई भेद नहीं होता है,जो सदा आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हुए सही मार्गदर्शन करता है।

इस मौके पर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में ग्राम पापड़ी निवासी मनीष गंगावत को पीएचडी की उपाधि प्राप्त हुई। यह उपाधि उनको गांधीय चिंतन के प्रचार प्रसार में गांधी अध्यन केंद्रों को भूमिका ( गुजरात - राजस्थान) के विशेष संदर्भ के लिए प्रदान की गई। मनीष गंगावत ने राजनीति विज्ञान विषय में प्रो. नीलम उपाध्याय के निर्देशन में वर्ष 2022 में शोध कार्य पूर्ण किया था। डॉ. मनीष गंगावत ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने पिताजी रामपाल शर्मा एवं माता बिमला शर्मा को दिया है। मनीष गंगावत वर्तमान में दिल्ली सरकार के विद्यालय में राजनीति विज्ञान विषय के व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी डीएसएसएसबी की व्याख्याता राजनीति विज्ञान परीक्षा में देश भर में प्रथम स्थान अर्जित करने के साथ ही राष्ट्रपति स्काउट बनने की उपलब्धि भी उनके खाते में दर्ज है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस पीएचडी के सोध कार्य से उनको गांधी जी के बारे में जानने और समझने का अवसर मिला।