श्रीनिवासपुरी निगम चुनाव में मतदाताओं की पहली पसंद बने भाई महावीर सिंह

 

मनोज मणि नई दिल्ली
कालकाजी विधानसभा के श्रीनिवासपुरी वार्ड संख्या 174 का नजारा ही कुछ अलग है। नगर निगम चुनाव में भाजपा, कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी सभी ने अपने अपने उम्मीदवार उतारे है, परंतु सबकी जुबां पर सिर्फ एक ही नाम है, 'महावीर सिंह'। इन्हें पूरे वार्ड में महावीर भाई के नाम से लोग जानते हैं। यह नाम वहां की जनता ने दिया है क्योंकि इंसानियत और भाईचारे के खातिर इन्होंने हमेशा अपनी जान को हथेली पर रखकर काम किया है और यही कारण है कि आज बड़ी-बड़ी पार्टियों के उम्मीदवार भी इनकी लोकप्रियता के सामने हाशिए पर आ गए हैं। अगर हम पिछले कोरोना काल को याद करें तो लोगों में भारी दहशत की स्थिति थी। कोविड अफेक्टेड व्यक्ति के आसपास उनके परिजन भी जाने से कतराते थे, परंतु भाई महावीर सिंह ने इंसानियत की नई मिसाल पेश करते हुए कोरोना से मौत हुई लगभग ढाई सौ लाशों का अंतिम संस्कार कर समाज में इंसानियत की एक नई मिसाल पेश की। यह काम जोखिम भरा था, परंतु अपनी जान को हथेली पर रखकर उन्होंने समाज सेवा एवं मानवता की मिसाल पेश की तथा क्षेत्रवासियों की दिलों मे अमिट जगह बनाई। डीडीए फ्लैट की चौथी मंजिल से एक माताजी का शव उतारने के क्रम में महावीर सिंह बिजली के तार की चपेट में आ गए थे जिसके कारण बेहोश स्थिति में कई दिनों तक ईस्ट ऑफ कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती भी रहे। जिस व्यक्ति ने अपनी जान को जोखिम में डालकर समाज की सेवा की हो उसके प्रति लोगों का लगाव स्वभाविक है। यही कारण है कि आज श्रीनिवासपुरी वार्ड में जनता स्वत: उनके लिए वोट मांग रही है। आज यहां के चुनाव ने नया रूप ले लिया है और हालात यह है कि जिस गली से भी वह पदयात्रा कर रहे हैं लोगों का भारी जनसैलाब उनके स्वागत के लिए उमड़ रही है। अन्य उम्मीदवारों के लिए इस समय क्षेत्र में हताशा की स्थिति है क्योंकि उन्हें महावीर सिंह की समाज सेवा का कोई जवाब या विकल्प नहीं मिल रहा है। इस सूरत में यह साफ हो गया है की महावीर सिंह श्रीनिवासपुरी वार्ड के मतदाताओं की पहली पसंद है और निगम चुनाव में उनकी जीत निश्चित है। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक जीत होगी। एक सामाजिक कार्यकर्ता को जनप्रतिनिधि बनने का मौका मिलेगा और वह जनप्रतिनिधि बनकर समाज की सेवा और बेहतर ढंग से कर सकेंगे। महावीर सिंह पीजीडीएवी कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय के केंद्रीय पार्षद के अलावा दिल्ली गण परिषद के अध्यक्ष हैं जो सफाई, वृक्षारोपण, बीमार एवं घायल पशु पक्षियों की सेवा एवं लोगों के अन्य समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करती है।

इनके बड़े भाई धर्मवीर सिंह श्रीनिवासपुरी वार्ड में 2007 से 2012 तक निगम पार्षद रहे हैं तथा दिल्ली नगर निगम उद्यान समिति के अध्यक्ष के रूप में भी पार्को के रखरखाव, वृक्षारोपण, स्वतंत्रता सेनानी एवं देश के महान सपूतों के नाम पर पार्कों का नामकरण एवं श्री निवासपुरी वार्ड के स्कूलों, नालो का निर्माण, साफ-सफाई, बारात घर का सौंदर्यीकरण आदि कार्य को कराकर लोगों के बीच अपनी खास लोकप्रियता रखते हैं। पूर्व निगम पार्षद धर्मवीर सिंह के व्यवहार एवं कार्यों के कारण भी जनता के बीच उनकी लोकप्रियता है और जनता इस बार उनके अपील पर महावीर सिंह को निगम पार्षद बनाने के लिए तैयार बैठी हैं। इनका कहना है कि चुनाव जीतने के बाद वार्ड स्तरीय कचरा प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी जिससे लैंडफिल जैसी समस्याओं का स्वत: समाधान हो जाएगा। धर्मवीर सिंह ने कहा कि स्थानीय निवासियों एवं आरडब्ल्यूए के साथ हमेशा तालमेल कर ही क्षेत्र में विकास कार्य किए जाएंगे। आरडब्लूए के सुझाव को हमेशा प्राथमिकता दी जाएगी तथा क्षेत्र के विकास में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।