रक्तदान कर मनाई शादी की 18वीं वर्षगाँठ

डी ए डी न्यूज़ दिल्ली
रक्तदान से बड़ा कोई पुण्य कार्य नही होता । रक्तदान को महादान कहा गया है क्योंकि रक्त किसी मशीन में नही बनाया जाता यह एक मानव दूसरे जरूरतमंद मानव को दान में ही दे सकता है। गढ़ शाहजहानपुर निवासी गोविंद ने अपनी पत्नी सुमन के साथ आज सिविल अस्पताल स्तिथ ब्लड सेंटर जाकर शादी की 18वीं वर्षगाँठ पर रक्तदान कर अपना मानव धर्म निभाया । गोविंद अब तक 16 बार रक्तदान कर चुके है । गोविंद ने बताया कि सिविल अस्पताल के रक्तकोष में रक्तदान करने की प्रेरणा माँ भारती रक्तवाहिनी से प्रेम गौतम से मिली । हम सभी से निवेदन करते है कि जन्मदिन हो या शादी की वर्षगाँठ हमे रक्तदान कर दुसरो के जीवन बचाने के लिए रक्तदान अवश्य करना चाहिए जोकि हर 3 माह में किया जा सकता है ।