ईंट भट्ठों पर काम करने वाले मजदूर की बेटी को दुनिया देखने लायक बनाया पुलिस के जवान सुनील ने ।
नागु वर्मा उज्जैन
कैथल मदद के लिए हाथ उठना जरूरी है, मदद करने के लिए भगवान स्वंय भी धरती पर उतर जाते हैं, इस कहावत को चरितार्थ किया है हरियाणा पुलिस के जवान सुनील संधू बरटा ने। उसके अनुसार वह एक बार ईट भट्टों पर काम कर रहे मजदूरों को सर्दियों के कपड़े बांटने गया था, जब वह कपड़े बांट रहे थे तो उन कपड़े लेने वाले लोगों में एक लड़की (12 वर्षीया अंकिता पुत्री अशोक कुमार) ऐसी आई जिसकी आंखों में कोई प्रॉब्लम थी और उस को स्पष्ट दिख नहीं रहा था तो उसने जब पूछा तो पूछताछ में उसके परिजनों ने बताया कि इसकी आंखों में दिक्कत है, इसका ऑपरेशन होगा और हमारी इतनी हैसियत नहीं कि हम इसका ईलाज करवा सकें तो हरियाणा पुलिस के जवान सुनील संधू ने उनकी हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। फिर उस बेटी को खुद के खर्चे पर और साथियों के सहयोग से ऑपरेशन के लिए तैयार कर लिया। इस बारे में उन्होंने कैथल स्थित गर्ग आंखों के हॉस्पिटल के डॉक्टर से भी बात की, जहां पर डॉक्टर ने कहा कि ऑपरेशन हो जाएगा और जब उन्हें इस मामले की पूरी कहानी का पता चला तो डॉक्टर ने भी सुनील संधू के कार्यों की प्रशंसा की और उनको हर संभव मदद करने का, सहयोग दिया, समर्थन किया। डॉक्टर ने ईलाज के खर्च में जहां कम से कम रुपए का बजट रखा और बड़ी सावधानी पूर्वक डॉक्टरों की टीम ने उनकी आंखों का सफल ऑपरेशन किया और आज छोटी सी बिटिया अंकिता भी दुनिया देख सकती है। पत्रकारों से बातचीत में सुनील संधू बरटा ने कहा कि आप मदद के लिए केवल तैयार होइए और जब आप खुद तैयार होंगे तो आपको देखकर होर लोग तैयार होंगे और जब लोग तैयार होंगे तो भगवान खुद सहायता करने के लिए उतर जाते हैं। आजकल हरियाणा पुलिस का यह जवान समाजसेवा का पर्याय बन चुका है। वह कभी जरूरतमंद को रक्तदान के लिए और जरूरतमंद की हर संभव मदद के लिए तैयार रहता है। हरियाणा पुलिस के इस जवान की सेवा भाव चर्चे कैथल ही नहीं बल्कि देश-प्रदेश भर में हो रहे हैं। जिला के गांव बरटा निवासी सुनील कुमार लोगों के दिलों में जगह बना चुके हैं और पुलिस की छवि को सुधारने के लिए सार्थक प्रयास कर रहे हैं।