नागु वर्मा उज्जैन
उज्जैन कानड़ आगर मालवा किसी भी तरह के संसाधनों की मोहताज नहीं होती है, आज हम बात ऐसे दिव्यांग जनों की कर रहे हैं, जिन्हें कुदरत ने एक अनोखी ही प्रतिभा दी है। हमें केवल जरूरत है, उन्हें पहचान कर उन्हें अवसर प्रदान करने की। विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय आगर में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिले भर के दिव्यांगजन उपस्थित हुए। जिसमें दिव्यांग जनों के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन रखा गया था। कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति देकर उपस्थित जनों का मन मोह लिया। दिव्यांग बच्चों की प्रस्तुति पर उपस्थित जनों द्वारा तालियां बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में उड़ान स्पेशल पब्लिक स्कूल के बच्चों तथा कश्यप बाल कल्याण समिति के बच्चों ने सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई उड़ान पब्लिक स्कूल के मुखबधिर बच्चों द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के दौरान दो छोटी छोटी दिव्यांग बालिकाओं ने नृत्य की प्रस्तुति देकर उपस्थित जनों को अपना कायल बना लिया। कार्यक्रम में जब दिव्यांग सत्यनारायण पंडित द्वारा जय भोले जय भंडारी तेरी है महिमा न्यारी भजन पर नृत्य प्रस्तुत किया गया तब उपस्थित जन अचंभित रह गए और तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साहवर्धन किया गया।
इसी तरह दिव्यांग बच्चों ने अपनी कल्पनाशीलता को प्रतियोगिता के माध्यम से प्रस्तुत करते हुए नींबू रेस, ट्राईसिकल रेस, दौड़ एवं गोला फेक आदि प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में जिन दिव्यांग बच्चों द्वारा चित्रकारी में भाग लिया गया, उनकी चित्रकारी देखते ही बनती थी। उन्होंने अपने हुनर को कागज पर उकेरकर यह साबित कर दिया की वह भी किसी से कम नहीं हैं। जिला कलेक्टर संजय कुमार ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले दिव्यांग बच्चों एवं खेलकूद प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को प्रशस्ति पत्र एवं स्कूल बैग लेकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर दिव्यांग बहुत खुश हुए। सचमुच इन अद्भुत प्रतिभा के धनी दिव्यांग बच्चों ने कार्यक्रम में अपनी हिम्मत और हुनर का परचम लहरा कर उपस्थित जनों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रतिभा हिम्मत और कौशल का दिव्यांग बच्चों ने लहराया परचम