भगवान परसुराम आर्मी की गठन प्रक्रिया  संपन्न 


डीएडी न्यूज़, नई दिल्ली  


भगवान परशुराम आर्मी की गठन प्रक्रिया आज बघोला फ्लाई ओवर के पास कृष्ण वाटिका में संपन्न हुई आयोजन की अध्यक्षता आरक्षण विरोधी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष संजय शर्मा ने की.


उपस्थित सदस्यों ने संस्था की स्थापना हेतु, संस्थापक सदस्य के रूप में सदस्यता ली तथा सभी सम्मानित सदस्यों ने संस्था के कार्य एजेंडे पर अपने विचार प्रस्तुत किये संस्था समाज पर हो रहे अत्याचारों के विरुद्ध आवाज उठाएगी तथा समाज के उत्थान के लिए प्रयासरत रहेगी, भगवान परसुराम आर्मी के संयोजक दीपक गौड़ ने सभी सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आर्मी की सदस्य संख्या के अनुसार व्हाट्स आप ग्रुप तैयार किये जायेंगे ग्रुप सदस्यों की जिम्मेवारी होगी कि यदि समाज के किसी भी सदस्य को किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता है तो आर्मी के ग्रुप पर सभी को सूचित करें जिससे निकटवर्ती सदस्य सहायता पहुंचा सके या आयोजन में शामिल हो सकें साथ ही उन्होंने बताया कि भगवान परशुराम आर्मी की अगली मीटिंग कुटी मंदिर हथीन में सुबह 11 बजे रविवार 15 दिसंबर को होगी आयोजन की जिम्मेवारी डाक्टर विकास कौशिक को दी गई


इस मौके पर बल्लबगढ़ के समाज सेवी प्रताप शर्मा ने कहा कि हमारे समाज के नेताओं या ठेकेदारों की उदार वादी नीतियों के कारण आज समाज की स्थिति दयनीय हो चुकी है वोट बैंक की राजनीति ने हर क्षेत्र में विभिन्न अत्याचारी कानून थोप कर हमारे समाज को पीछे धकेला है, आज जितनी संस्थाए समाज की बनी हैं उनमे से कोई भी आगे आकर इनका विरोध करने को तैयार नहीं इसीलिए इन कानूनों का विरोध बड़े पैमाने पर दर्ज करवाने के लिए आज परशुराम आर्मी की जरुरत है


इस मौके पर कवी राजेंद्र शर्मा ने कहा कि भगवान परसुराम ने अत्याचारी राजाओं के अत्याचार को मिटाने के लिए जिम्मेवारी उठाई थी इसी तरह भगवान परशुराम आर्मी समाज पर हो रहे अत्याचारों को मिटाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी उन्होंने कविता गायन भी किया "वोटो की खातिर हमको जाति में बाँट दिया | आरक्षण की तलवारों से प्रतिभा को काट दिया || "


इस मौके पर आरक्षण विरोधी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि जाति आधारित आरक्षण समाज के साथ ही देश के सर्वांगीर्ण विकास के लिए घातक है


एक तरफ जहाँ अरबपति , मंत्री और अधिकारियों के बच्चे जाति के नाम पर उस जाति के सम्पूर्ण आरक्षण को निगल जाते हैं और अपनी ही जाति के गरीब और जरुरत मंद व्यक्ति के हक़ पर डाका डाल रहे हैं वहीँ सत्ता में बैठे नेता और मंत्री भी आरक्षण को हर क्षेत्र में पहुँचाने और अधिकतम करने हेतु प्रयासरत रहते हैं क्योंकि यदि देश में योग्य व्यक्ति को जिम्मेवारी सौंपने के बजाये अयोग्य और नाकारा लोगों को बैठाया जाएगा तो वे न तो कोई अनुसन्धान कर सकेंगे और न ही किसी क्षेत्र में विकास में योगदान कर पाएंगे जिसके कारण देश तकनीकि क्षेत्र में लगातार पिछड़ता रहेगा और सुरक्षा उपकरण एवं तकनीकि खरीद के नाम पर राजनेताओं को अपनी तिजोरियां भरने के सुनहरी अवसर मिलता रहेगा, आज हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर, लड़ाकू विमान, तोपें, बंदूकें, लेपटॉप, कम्प्यूटर, मोबाइल, कैमरे, यहाँ तक की स्वदेशी के नाम पर भारत में निर्मित सभी मिसाइलों के सभी कंट्रोल पेनल, कैमरे, सिग्नल सिस्टम, ऑपरेटिंग सिस्टम, प्रोग्राम लेंग्वेज, तकनीकि ट्रेनिंग तक सब विदेशों से ख़रीदा जाता है जिनमे लाखों करोड़ की कमाई का अवसर देश के नेताओं को मिलता है इसलिए वे आरक्षण को अधिकतम लागू रखना चाहते हैं और शिक्षा क्षेत्र को आम आदमी की पहुँच से दूर कर बर्बाद करने की नीति पर कार्य करते हैं जिससे उनकी तिजोरी अविरल भरती रहे और उनकी पीढ़ियां देश की जनता की मेहनत की कमाई पर डाली गयी मान्यता प्राप्त डकैती के उस खजाने पर पलती रहें 


इस मौके पर  विष्णु भरद्वाज तारका, अंकित वत्स, मनीष कौशिक, राधे पंडित, भूषण जेन्दापुर, राकेश भरद्वाज अलावल पुर, राजेश शर्मा बंचारी, संजय कौशिक, कृष्ण अत्री पेलक, विकास कौशिक,राकेश भरद्वाज,विष्णु दत्त , दिवाकर वशिष्ठ बघोला, प्रेम चद भरद्वाज, , भोला पंडित, तरुण मित्तल, संजय सहाय, दिवाकर वशिष्ठ, जय शंकर भरद्वाज, विजेंद्र कौशिक, संदीप शर्मा, रवि शर्मा,  चंद्र प्रकाश कौशिक, मनीष शर्मा, संदीप भरद्वाज धोलागढ़, SD  ब्रह्मदत्त, जे पी पाठक सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अपने विचार एवं सुझाव प्रस्तुत किये।