सकेत कोर्ट का खस्ता हाल, अधिवक्ता बैठने की जगह को बेहाल -अधिवक्ता सुभाष तंवर

 



नई दिल्ली-साकेत कोर्ट में 13 हजार अधिवक्ता पंजीकृत हैं। इसमें से 6 हजार के लगभग अधिवक्ता नियमित प्रैक्टीस में है। परंतु दुर्भाग्य यह है कि इनमें से 4500 अधिवक्ताओं के पास बैठने के लिए चैंबर नहीं है। साकेत बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष सुभाष तंवर का कहना है कि चैंबर किसी भी अधिवक्ता की बुनियादी जरूयत है। लेकिन इस जरूरत को पूरा करने में संबंधित प्रशासन उदासीन रवैया अपना रहा है । नतीजतन चैंबर के आभाव में अधिवक्ता बार रूम, लाइब्रेरी या सडक पर अपने -अपने क्लाइंट को डील करने के लिए मजबूर है।  श्री तंवर ने बताया कि इस ज्वलंत समस्या को लेकर अधिवक्ताओं में काफी रोष व्याप्त है । पिछले 21 अक्टूबर को साकेत कोर्ट के अधिवक्ताओं ने अपनी इस मांग के लेकर कलमबंद हडताल रखकर अपने गुस्से का इजहार किया । साकेत बार के पूर्व उपाध्यक्ष सुभाष तंवर ने बताया कि इस बाबत उच्च न्यायालय एंव सरकार को अवगत करने के बाद भी यह समस्या जस की तस बनी हुई है। उन्होंने बताया कि अगर अधिवक्ताओं के इस वाजिब मांग को पूरा नहीं किया गया तो अधिवक्ता अपने आंदोलन को तेज करने के लिए मजबूर होंगे। यह एक दुर्भाग्य की स्थिति है। अगर उनके बैठने के लिए ही जगह नहीं होगी तो वह अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह कैसे करेंगे।