गुरुद्वारा सीसगंज साहिब जाने वाले निजी वाहन मालिकों को दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा 'नो एंट्री' के नाम पर भेजे गए करोड़ों रुपये (20000/- प्रति चालान) के बेहिसाब और बेलिहाज चालानों को रद्द कराने की मांग को लेकर रविवार को संगतों के द्वारा भाई मती दास चौक पर 'रोष सभा' का आयोजन किया गया। इस रोष सभा के माध्यम से जागो पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने पुलिस और प्रशासन को श्री गुरू तेग बहादर साहिब जी के शहीदी दिवस 17 दिसंबर 2023 तक इस समस्या का समाधान करने का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर पुलिस और प्रशासन 17 दिसंबर 2023 तक इस समस्या का समाधान करने में नाकाम रहा तो हम 17 दिसंबर को अपने साथियों को साथ लेकर 'नो एंट्री' के बोर्ड और कैमरे उखाड़ फेंकेंगे। जीके ने गुरुद्वारा सीसगंज साहिब की कार पार्किंग में आने वाली निजी गाड़ियों के मालिकों को दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा 20,000/ रुपए प्रति चालान भेजने की तुलना औरंगज़ेब के 'जजिया टैक्स' से की।
जीके ने कहा कि अब सरकार के पास दो विकल्प हैं, या तो यह जजिया टैक्स वापस लें या फिर मुझे और मेरे साथियों को 17 दिसंबर से पहले गिरफ्तार कर लें। जीके ने गुरू तेग बहादर साहब की कैद की निशानी कोतवाली की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब सरकार ने कोतवाली को सिखों को सौंपने से इनकार कर दिया तो मेरे पिता जत्थेदार संतोख सिंह ने सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगाने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद सरकार ने कोतवाली सिखों को सौंप दी थी। इसी तरह जब मैं दिल्ली कमेटी का अध्यक्ष था तो गुरुद्वारा सीसगंज साहिब के प्याऊ को सरकार ने बुलडोजर चलवाकर तोड़ दिया था। लेकिन हमने तुरंत वापस प्याऊ बना लिया था। जिसके चलते दिल्ली हाईकोर्ट ने कोर्ट के आदेशों के उल्लंघन की एक याचिका में मुझे तलब किया था और कहा था कि आप गुरुद्वारा सीसगंज साहिब नहीं जाएंगे। मैंने तुरंत हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच के इस आदेश का पालन करने से इनकार कर दिया था। जिसके परिणामस्वरूप प्याऊ आज भी खड़ा है। हमने इस पार्किंग मुद्दे को हल करने के लिए पहले दिल्ली सरकार के पूर्व लोक निर्माण मंत्री सतेंद्र जैन से मुलाकात की थी और लिखित सुझाव दिया था। इसके बाद सितंबर महीने में मैंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी पत्र लिखा था। लेकिन कोई कार्रवाई न होते देख अब बेशक हमने मजबूरी में यह अल्टीमेटम जारी किया है, लेकिन एक बार हम इस तंत्र-मंत्र को 17 दिसंबर से पहले एक और पत्र भेजेंगे। इस अवसर पर जागो पार्टी के प्रधान महासचिव डॉ. परमिंदर पाल सिंह ने अपने विचार व्यक्त किये। दिल्ली कमेटी सदस्य सतनाम सिंह खालसा, दिल्ली कमेटी के पूर्व सदस्य गुरदेव सिंह भोला, जागो पार्टी के नेता सुखदेव सिंह, परमजीत सिंह मक्कड़, जतिंदर सिंह साहनी, भूपिंदर पाल सिंह, रविंदर सिंह बिट्टू, जतिंदर सिंह सियाली, मोहनप्रीत सिंह गिन्नी और मनप्रीत सिंह आदि इस मौके मौजूद थे।