नई दिल्ली, 20 अगस्त: शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने संत हरचंद सिंह लोंगोवाल की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया और कहा कि उन्होंने ऐसे समय पर कौम का नेतृत्व किया जब अकाली दल पंथ विरोधी ताकतों के निशाने पर हुआ करता था।
यहां प्रेस को जारी एक बयान में सरदार सरना ने कहा कि संत हरचंद सिंह लोंगोवाल एक बेबाक नेता थे उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में अकाली दल का नेतृत्व किया। जब पंजाब और पंजाब के युवाओं के व्यापक हितों को देखते हुए तत्कालीन केंद्र सरकार और प्रधान मंत्री राजीव गांधी के साथ समझौता किया तो इस पर राजीव गांधी ने कहा कि उन्हें भी बुलेट प्रूफ जैकेट पहननी चाहिए। इस पर संत हरचंद सिंह ने मना कर दिया और कहा कि वह गुरु साहिब को पूर्णतः समर्पित हैं इसलिए गुरु साहिब का आर्शीवाद उनके साथ है।
सरदार सरना ने कहा कि आज जब अकाली दल पहले की तरह पंथ विरोधी ताकतों के निशाने पर है तो ऐसे मेें हरचंद सिंह लोंगोवाल से प्रेरणा लेते हुए सुखबीर सिंह बादल सिख कौम के हितों पर पहरा देने का काम कर रहे हैं और हम सभी अकाली दल वर्कर उनके साथ डट कर खड़े हैं। उन्होंने सुखबीर सिंह बादल सेे अपील करते हुए कहा कि यदि पंथ और पंजाब की भलाई के लिए कठोर निर्णय लेने की जरूरत पड़ती है तो उन्हें अवश्य लेने चाहिए ताकि शिरोमणि अकाली दल पुनः सिख कौम की प्राथमिक नुमाईंदा जत्थेबंदी बन सके।
उन्होंने आगे कहा कि वरिष्ठ अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींढसा को भी मतभेद भुलाकर अकाली दल को मजबूत करने के लिए साथ आना चाहिए क्योंकि जिस प्रकार पंथ विरोधी ताकतों ने सिख संस्थाओं व शिरोमणी अकाली दल को अपने निशाने पर लिया हुआ है ऐसे में जरूरी है कि समूचा पंथ एकजुट होकर लड़ाई लड़े।