गैर-सिख नियुक्तियाः परमजीत सिंह सरना ने श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी को लिखे पत्र को अस्पष्ट बताया

स्वतंत्र सिंह भुल्लर नई दिल्ली
सिख कॉलेजों में भर्ती पर श्वेत पत्र जारी हो: सरना 

नई दिल्ली, 24 मई - शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी को गैर सिख नियुक्तियों के संबंध में लिखे पत्र पर अंसतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि पत्र में इस्तेमाल भाषा निराशाजनक है क्योंकि श्री अकाल तख्त साहिब ने सिख कालेजों में गैर-सिखों की कथित नियुक्तियों के मुद्दे को संबोधित करते हुए भर्ती प्रक्रिया में संगत की भावनाओं का सम्मान करने की अपील की गई है।

सरदार सरना ने कहा, श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय द्वारा शिक्षण संकाय पर सिख उम्मीदवारों की नियुक्ति के लिए अपनी दिशा में स्पष्ट होने के बजाय संगत की भावनाओं जैसे शब्दों का सहारा लेना निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण मामले को संबोधित करते हुए एक स्पष्टता का आना बहुत जरूरी है जो सीधे तौर पर सिख समुदाय व इसके शैक्षिणक संस्थानों को प्रभावित करता है। स. सरना ने बताया कि नई नियुक्तितयों में सिख उम्मीदवारों के प्रति पक्षपात को लेकर केवल एक कालेज तक चिंता सीमित नहीं है बल्कि दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी से संबंधित हर कालेज में यह प्रचलन बन चुका है। जिसके चलते उच्च शिक्षा हासिल कर प्रोफेसर बनने वाले सिखों में बेगानेपन की भावना पैदा हुई है, जो अपने संस्थानों में सेवा करने के समान अवसरों के हकदार हैं।

 उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि नियुक्तियों से संबंधित वित्तिय अनियमितताएं भी हैं। एक पद भरने के लिए 35 लाख से लेकर 50 लाख रुपये तक की अत्यधिक राशि के गंभीर आरोप हैं। इस तरह की प्रथा न केवल अनैतिक है बल्कि शैक्षिक प्रणाली की अखंडता को भी कमजोर करती है। इन चिंताओं के मद्देनजर, सरना ने दिल्ली कमेटी से संबद्ध कॉलेजों में अध्यापन फैक्ल्टी की हाल की सभी नियुक्तियों का खुलासा करते हुए एक श्वेत पत्र तत्काल जारी करने की मांग की । उन्होंने कहा गंभीर आरोपों को देखते हुए सिख समुदाय को नियुक्तियों के पीछे का सच जानने का पूरा अधिकार है।

इसके अलावा सरना ने अकाल तख्त के जत्थेदार से दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को स्पष्ट निर्देश जारी करने की अपील करते हुए कहा कि कमेटी द्वारा संचालित सिख संस्थानों में लेक्चरर और प्रोफेसरों के पदों पर सिख उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाए। यह जरूरी है कि सिख शिक्षकों, जिनके पास सिख सिद्धांतों का ज्ञान और समझ है, उस ज्ञान को अगली पीढ़ी तक पहुंचाया जाए। अकाली नेता ने अंत में दिल्ली कमेटी व सिख भाईचारे को सिख शैक्षिणक संस्थानों में अध्यापन फैक्ल्टी की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता, निरपक्षता व योग्यता सुनिश्चित करने की अपील की।

उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने योग्य सिख उम्मीदवारों को शिक्षा के क्षेत्र में प्राथमिकता देते हुए अपने संस्थानों की अखंडता और पवित्रता को कायम रखने का प्रयास करना चाहिए।