विपक्ष का मतलब अब सिर्फ हंगामा रह गया है: सांसद के. लक्ष्मण


मनोज मणि, नई दिल्ली

ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद डॉ. के. लक्ष्मण ने कहा कि स्वस्थ्य विपक्ष का कार्य सिर्फ संसद में हंगामा खड़ा करना नहीं होता। सरकार की सकारात्मक आलोचना के साथ संसद की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करने में सहयोग करना भी विपक्ष का महत्वपूर्ण दायित्व है। सांसद की अपनी गरिमा है तथा संसद का समय काफी महत्वपूर्ण है, जहां लोक कल्याणकारी नीति निर्धारण एवं महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर राष्ट्र के विकास के लिए रूपरेखा तैयार की जाती हैं, परंतु आज हालात यह है कि विपक्ष सिर्फ हंगामा कर संसद के कार्यों को बाधित करना तथा सरकार के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाना ही अपनी जिम्मेदारी समझ बैठी है। सांसद लक्ष्मण ने कहा कि संसद में न तो किसी गंभीर मुद्दे पर कोई चर्चा हो पा रही है, ना हीं कोई विधेयक पास हो रहा है। ऐसे में इस शीतकालीन सत्र में संसद में केवल हंगामा खड़ा कर विपक्ष दोनों सदनों के बहुमूल्य समय को नष्ट करने में लगी है। हालांकि सरकार की तरफ से लगातार यह आश्वासन दिया जा रहा है कि वह किसी भी मुद्दे पर शांतिपूर्ण ढंग से चर्चा के लिए तैयार है। परंतु विपक्ष चर्चा नहीं चाहती वह सिर्फ हंगामा खड़ा कर एक माहौल बनाना चाहती है जिसमें वह सरकार को असफल दिखा सकें। उन्होंने कहा कि क्या यह एक स्वस्थ विपक्ष की भूमिका है। आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है और वह मोदी सरकार की लोकप्रियता से परेशान हैं। ऐसी स्थिति में सिर्फ हंगामा खड़ा करना है उसके लिए एकमात्र काम बच गया है। विपक्ष की भूमिका में लगातार आ रही कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए डॉ लक्ष्मण ने कहा कि संसद की अपनी गरिमा है जहां वर्तमान एवं भविष्य पर चर्चा कर जन कल्याणकारी योजना एवं समृद्ध राष्ट्र की परिकल्पना को मूर्त रूप दिया जाता है, परंतु संसद में आज ऐसा लगता है जैसे सरकार और विपक्ष के बीच काफी पुरानी दुश्मनी है।