डॉ अर्चना शर्मा सुसाइड प्रकरण में भाजपा प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल की रिहाई को लेकर धरना प्रदर्शन


स्वतंत्र सिंह भुल्लर नई दिल्ली

जयपुर। पूर्वी राजस्थान के जनप्रिय नेता, भाजपा प्रदेश मंत्री, पूर्व विधायक व संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल की रिहाई को लेकर सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंच, राजस्थान के बैनर तले अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों ने जयपुर के कलेक्ट्रैट सर्किल पर धरना दिया तथा प्रतिनिधि मण्डल द्वारा महामहिम राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। मुख्य रूप से पूर्वी राजस्थान के विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में पुरूष व महिलाएं जयपुर धरने में पहुंचे। धरने में आये लोगों ने कहा कि एक तरफ तो अनुसूचित जाति वर्ग पर अत्याचार, बलात्कार उत्पीडन नहीं रूक रहा है, वही दलितों की आवाज उठाने व संघर्ष करने वालों भाजपा प्रदेश मंत्री व जननेता जितेन्द्र गोठवाल सहित अन्य 07 लोगों को बेगुनाह होने के बावजूद जेल में डाल रखा है, जिनका एफआईआर में नाम तक नही है। धरने को संबोधित करते हुए प्रमुख जन प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि उपरोक्त प्रकरण में निर्दोष लोगों को जल्द से जल्द रिहा नही किया गया व प्रकरण की सीबीआई जांच नही करवाई गई तो पूरे प्रदेश भर में चक्का जाम कर जन आन्दोलन किया जायेगा।महामहिम राज्यपाल को दिये ज्ञापन में राजस्थान में विगत 3 वर्षाें से लगातार अनुसूचित जाति वर्ग पर हो रहे उत्पीडन, बलात्कार, गैंगरेप तथा पिछले 28 मार्च को घटित लालसोट प्रकरण में गिरफ्तार निर्दोष लोगों की रिहाई व प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई। लालसोट प्रकरण का विस्तृत वर्णन करते हुए बताया कि जितेन्द्र गोठवाल पुलिस द्वारा एफ.आई.आर. दर्ज होने के 5 घंटे बाद लालसोट पहंचे थे। चूंकि पीडिता आशा बैरवा भी जितेन्द्र गोठवाल के समाज बिरादरी की थी तो उसके परिवार को उचित न्याय दिलवाने हेतु जितेन्द्र गोठवाल घटना स्थल पर पहुंचे थे। पूरे घटनाक्रम में कुछ कांग्रेसी नेताओं ने जितेन्द्र गोठवाल को प्रसिद्वि व राजनैतिक संघर्ष को लक्ष्य बना कर इस घटना में फंसा दिया और सरकार ने जितेन्द्र गोठवाल सहित 7 अन्य बेगुनाह कार्यकर्ताओं को एफआईआर में नाम नही होने के बावजूद जेल में डाल दिया। जितेन्द्र गोठवाल को जेल में डालने से सम्पूर्ण राजस्थान के अनुसूचित जाति वर्ग में रोष तथा भय का वातावरण है। उक्त ज्ञापन में धौलपुर में एईएन को कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा द्वारा बेरहमी से पीटने तथा दलित बच्चियों के बलात्कार पर भी रोष प्रकट किया तथा जितेन्द्र गोठवाल सहित सभी निर्दोष कार्यकर्ताओं को जल्द से जल्द रिहा करने व प्रकरण की सीबीआई जांच कराने मांग की गई।धरने की अगुवाई जे. पी. जलवानिया, जयनारायण बैरवा, प्रभूदयाल कांकरवाल, लालू राम सरपंच, रामधन मेहरा, राजु लाल लोदवाल, मुकेश गर्ग, मुकेश किराड, ललित लकवाल, राजपाल सामरिया, रामजीलाल खण्डेवला लालू राम सरपंच, रामधन मेहरा, राजु लाल लोदवाल, अभिषेक गोठवाल की गई जिसमें बाबूलाल मीणा पूर्व प्रदेश मंत्री एसटी मोर्चा, रामजीलाल बैरवा, पूर्व जिलाध्यक्ष एससी मोर्चा, मांगी लाल बैरवा, राधेश्याम बैरवा, बजरंग लाल बैरवा सरपंच, हेमराज बैरवा, धारासिंह बैरवा, चौथमल बैरवा, बाबूलाल दातोनिया, जगदीश राजवंशी, रामसहाय वर्मा, अनिल गोठवाल, आर के वर्मा, रामेश्वर बंशीवाल, महेन्द्र जारवाल, सरवन वर्मा सहित सभी प्रमुख जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।