उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर में विकास को आगे बढ़ाएगी भाजपा सरकार : पूर्व सांसद शैला अहमद


डीएडी न्यूज,नई दिल्ली

पूर्व सांसद सह भाजपा नेत्री शैला अहमद ने 4 राज्यों में भाजपा की सरकार बनने पर मुबारकबाद दी। इसके अलावा नये मंत्रिमंडल में शामिल सभी लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा की जैसे मोदी राष्ट्रहित में कार्य कर रहे है। वैसे नये लोग भी जाती धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में कार्य करते रहेंगे। अभी हाल ही में हुए देश में पांच राज्यों के चुनावों में ऐतिहासिक परिणाम देखने को मिले। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर इन पांच राज्यों के चुनाव नतीजों में कांग्रेस को करारी हार मिली। वहीं पंजाब को छोड़कर बाकी चारों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की दुबारा जबरदस्त जीत हुई है। उत्तर प्रदेश में इतिहास रचते हुए भारतीय जनता पार्टी और उसकी सहयोगी पार्टियां 280 सीटें लाने में कामयाब हुई। वहीं उत्तराखंड में भाजपा को बहुमत मिला है। गोवा और मणिपुर में भी भाजपा को बहुमत मिला है। इसी के साथ ही उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ, मणिपुर में एन बीरेन सिंह, उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी, गोवा में प्रमोद सावंत ने दुबारा मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल ग्रहण किया है। यह पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी जीत के बाद चारों राज्यों में मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुके लोगों को दोबारा इस पद पर कायम रखा गया है। शैला अहमद ने कहा कि प्रदेश के सभी मुख्यमंत्रियों ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश का चौमुखी विकास किया है। यही वजह है कि दोबारा इन चारों राज्यों में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला है। इन चारों राज्यों को भाजपा कि सरकार ने क्राइम फ्री स्टेट बनाया है। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को अनेक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से इन चारों राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर की सरकारों ने आगे बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। इसलिये भाजपा सत्ता में वापिस आई है। पूर्व सांसद शैला अहमद ने कहा जैसे पहले सरकार ने मध्यमवर्ग के लिये काम किये उसी तरह चारों राज्यों की नवनिर्वाचित भाजपा सरकार भी गरीबों के विकास के लिए निरंतर कार्य करती रहेगी। इन सरकारों ने अल्पसंख्यकों के लिये भी कई योजना लाकर उनके दिल में जगह बनायी हैं। उत्तर प्रदेश में 12 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय ने योगी आदित्यनाथ सरकार को वोट दिया है। इसके अलावा शैला अहमद ने कहा कि चार राज्यों में हुई भाजपा की प्रचंड जीत उन तथाकथित सेकुलर होने का चोला ओढ़े हुए नेताओं की हार है। ऐसे नेताओं के ऊपर यह करारा तमाचा है जो मुस्लिम समुदाय को अपना वोट बैंक समझते थे।