कैबिनेट मंत्री श्री परुषोत्तम रूपाला जी ने श्री कृष्ण गौशाला का "गौ अभ्यारण " का शुभारम्भ किया

स्वतंत्र सिंह भुल्लर नई दिल्ली

राल वृंदावन :- "गौ अभ्यारण " का शुभारम्भ के उद्घाटन के मुख्य अतिथि माननीय कैबिनेट मंत्री श्री परुषोत्तम रूपाला जी, ( मत्स्य पालन, पशु पालन और डेयरी मंत्री भारत सरकार ) के द्वारा कियागया । इसके साथ ही जाने-माने गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति में माननीय गीता मनीषी श्री ज्ञानानन्द जी महाराज , माननीय श्री नारायण दास अग्रवाल जी कुलपति ( जी एल ए विश्यविद्यायल मथुरा ) एवं माननीय श्री शैलजा कांत मिश्रा जी - उपाध्यक्ष, ( ब्रज विकास ट्रस्ट वृंदावन ), माननीय श्री विजय खुराना जी – राष्ट्रीय संयोजक, ( राष्ट्रीय गोधन महासंघ) , माननीय श्री राजेश अग्रवाल जी - अध्यक्ष, ( श्री कृष्ण गौशाला) और माननीय लोकसभा सदस्य श्रीमती सुनीता दुग्गल जी भी मौजूद थी अन्य सभी गरिमामयी अथितिगण की उपस्थिति में किया जा रहा है। माननीय कैबिनेट मन्त्री श्री परुषोतम रूपला जी ने कहा कि भारत में को करुणा है उसी के माध्यम से देश में गोशालाओ का सर्जन हुआ है भारत में 19500 हज़ार गोशालाए है जो देश के दयावान व्यक्तिओ द्वारा चलाई जा रही है और उन्ही के द्वारा चलाई जाती है भारत सरकार का मानना है इन गोशालाओ में टेक्नलॉजी को इंटेरवन करने से यदि गौबर और गो मूत्र के प्रयोग से उसका उसमे वैल्यू एडिशन कर सके इसके आधार पर स्वय पर निर्भर बनाने का कोशिश हो उसी दिशा में क्या किया जा सके उस पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है इस गोशाला में आने के बाद पता चला कि उत्तर प्रदेश के तन्त्रं में इस गौशाला को खड़ी करने में उदारता से सहयोग किया उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री का भी धन्यवाद किया।मंच पर माननीय श्रीमती सुनीता दुग्गल लोक सभा मेम्बर भी थी इस मौके पर उन्होंने इस समाहरो में आये सभी लोगो को शुक्रिया किया और अपने व्यक्तव्य में कहा की श्री कृष्ण गौशाला 136 एकड़ जमीन पर बनी है इसमें लगभग 3000 गाये है। इसे उन्होंने एक काऊ सेंचरी के नाम से सम्बोधित किया और कहा कि यहाँ गाय के संरक्षण और समर्थन करने के साथ साथ एक इकनॉमिक पॉइंट के व्यू से भी एक लैब बनाई गयी है जिससे गौमाता के गौबर से ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट बना सके जिससे रोजगार के अवसर को भी बढ़ावा मिलेगा।राष्ट्रीय गौधन महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक श्री विजय खुराना जी ने कहा की इस गऊशाला में एक ट्रैनिंग सेन्टर भी चलाया जायेगा उसमे तैयार किये गए लोगो को देश के सभी उन गऊशालाओं में भेजा जायेगा जहा गऊशालाओं को अच्छी तरह से संचालित हो सके।