गोरखपुर की घटना के विरोध में सपा कैंडल मार्च को पुलिस ने जबरन रुकवाया


सिमरन कनौजिया नई दिल्ली

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पुलिस की दबिश के दौरान कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की मौत के बाद समाजवादी पार्टी (सपा)  प्रदेश  सरकार व पुलिस पर हमलावर है। शनिवार को सपा ने घटना के विरोध में सेक्टर 25 ए स्पाइस मॉल के पास कैंडल जलाकर विरोध जताया।

पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। वहीं दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के लिए पत्र लिखा।कार्यक्रम में हिस्सा लेने आ रहे सपा महानगर अध्यक्ष दीपक विग और महासचिव शंभू प्रसाद पोखरिया को पुलिस ने घर में रोक लिया।इससे नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की है।  कि समाजवादी पार्टी के सारे कार्यकर्ता और नेता गन वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रत्याशी सुनील चौधरी के नेतृत्व में स्पाइस मॉल सेक्टर 25 ए पहुंच गए वहां पुलिस प्रशासन ने जबरन उनको कैंडल मार्च निकालने से रोक दिया, फिर सपा कार्यकर्ता वहीं पर कैंडल जलाकर मनीष गुप्ता के  आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा, सपा महानगर अध्यक्ष दीपक विग ने 

 कहा कि भाजपा ने प्रदेश में एनकाउंटर की जिस हिंसक संस्कृति को जन्म दिया है। यह उसी का दुष्परिणाम है। जिस पुलिस पर आम लोगों को भरोसा रहता है। आज वही पुलिस लोगों को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार रही है। सपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रत्याशी सुनील चौधरी कहा कि प्रदेश सरकार जहां लोगों के घरों पर बुलडोजर चला रही है तो क्या इस घटना को अंजाम देने वाले अधिकारियों के घर पर भी बुलडोजर चलाया जाएगा। लेकिन सरकार द्वारा तो उन अधिकारियों को फरार कर छुपाया जा रहा है, क्योंकि चुनाव जीतने में भाजपा ने उन्हीं अधिकारियों की मदद ली।  महासचिव शंभू प्रसाद पोखरियाल ने कहा कि पुलिस ने होटल से सुबूत जैसे खून के धब्बे सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य सभी सुबूत मिटा दिए हैं। वहीं वरिष्ठ नेता विकास यादव व ओमपाल राणा ने कहा कि  गोरखपुर के एसएसपी और डीएम पीड़ित परिवार पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए दबाव बनाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। ऐसे अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाना चाहिए, लेकिन अब तक सिर्फ जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। वहीं सपा प्रवक्ता गौरव यादव ने बताया की

सपा जब इस मुद्दे पर कैंडिल मार्च निकालकर विरोध जताना चाहती है तो कार्यकर्ताओं को घर में ही नजरबंद कर दिया जाता है। यह सरकार का तानाशाही रवैया है। सपा आगे भी विरोध जारी रखेगी।सपा महानगर उपाध्यक्ष शकील सैफी ने ने कहा कि कहा कि संविधान को बचाने के लिए यह आवश्यक है भाजपा को सत्ता से बाहर किया जाए। सपा के पूर्व प्रत्याशी सुनील चौधरी वह महानगर अध्यक्ष दीपक विग ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि समाजवादी पार्टी संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रही है और पूरे प्रदेश में आम जनता भी यह जान चुकी है। वर्ष 2022 में भाजपा का सफाया होने जा रहा है। सरकार पूरे मामले को दबाना चाहती है, मामले में डीएम और एसएसपी को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिये।यूपी सीएम के गृह जनपद गोरखपुर की पुलिस द्वारा होटल में रात में रेड करके तीन व्यापारियों के साथ बर्बर व्यवहार व उसमें से एक की मौत अति दुखद व शर्मनाक घटना है। यह राज्य में भाजपा सरकार के कानून व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है। वास्तव में ऐसी घटनाओं से पूरा प्रदेश पीड़ित है।सपा महानगर अध्यक्ष और  महासचिव को घर में रोककर पुलिस प्रशासन तानाशाही कर रही है। जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कार्यक्रम मैं मौजूद मुख्य लोगों में दीपक विग ,सुनील चौधरी, शकील सैफी ,शैलेंद्र बरनवाल, शंभू प्रसाद पोखरियाल,कुलभूषण शर्मा, विकास यादव, ओमपाल राणा गौरव कुमार यादव, सुनीता शारदा, अतुल यादव ,बाबूलाल बंसल, अजीम अली जैदी, बब्बू यादव ,सुमित अंबावता गुर्जर ,मुन्ना आलम,गौरव यादव ,गुड्डू खान ,उर्मिला चौधरी ,मुफ्ती मुबारक ,राम सहेली, कौशल्या भट्ट, मोहित चौधरी ,देबाशीष , राजीव श्रीवास्तव एवं समाजवादी पार्टी के बहुत सारे नेता व कार्यकर्ता गण