मनोज मणि नई दिल्ली
अगले वर्ष उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में विधानसभा के चुनाव होने हैं । भाजपा अपनी जीत का सिलसिला जारी रखने के लिए अभी से ही धुआंधार प्रचार एवं मजबूत रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके तहत राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा कार्यकारिणी की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर के लक्ष्मण की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में संपन्न हुआ , जिसमें ओबीसी समाज के लोगों ने भाजपा को फिर से इन दोनों राज्यों में विजयश्री दिलाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। इस अवसर पर ओबीसी मोर्चा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर के लक्ष्मण ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ओबीसी समाज के सर्वांगीण विकास के लिए अहम फैसले लिए गए हैं जो कि पिछले 70 वर्षों में केंद्र में बैठी कांग्रेस की सरकार नहीं ले सकी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाना मोदी सरकार का एक महत्वपूर्ण फैसला है । राज्यसभा में ओबीसी विधेयक का कांग्रेस द्वारा विरोध करना उसकी बद नियति को बताने के लिए काफी है की ओबीसी समाज के प्रति कांग्रेस की क्या सोच है । डॉ लक्ष्मण ने कहा अभी हाल ही में पिछड़े वर्ग के 27 मंत्रियों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया । यह फैसला भी अपने आप में ऐतिहासिक है क्योंकि यह भारतीय संसदीय इतिहास में पहली बार हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में ओबीसी समाज को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। भारतीय जनता पार्टी तथा प्रधानमंत्री मोदी की नेक नियति को बताने के लिए यह काफी है कि सरकार ओबीसी समाज के विकास एवं सम्मान के प्रति कितना प्रतिबद्ध है । उन्होंने कहा कि मेडिकल शिक्षा में 27 परसेंट आरक्षण पिछड़े समाज को देना इस सरकार का एक अहम फैसला है जिससे ओबीसी समाज के बच्चे को मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने का अवसर प्राप्त होगा । डॉ लक्ष्मण ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने ओबीसी समाज के साथ सभी समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है । उन्होंने कहा कि वह और उनका ओबीसी मोर्चा पूरे देश में गांव-गांव घर-घर जाकर लोगों को मोदी सरकार की उपलब्धियों एवं ओबीसी समाज के लिए इस सरकार द्वारा लिए गए अमूल्य निर्णय की जानकारी देकर फिर से उत्तर प्रदेश उत्तराखंड में भाजपा की सरकार बनाने का काम करेंगे । उन्होंने कहा कि देश का पिछड़ा वर्ग आज पूरी तरह भाजपा के साथ खड़ा है क्योंकि उसे आज इस बात का एहसास है कि कांग्रेस एवं अन्य दलों ने उसके साथ केवल छल ही किया है । इसका व्यापक असर चुनाव पर पड़ेगा तथा मतदाता फिर से दोनों राज्यों में भाजपा को अपार बहुमत के साथ सत्तासीन करेगी ।