सिरसा गुरु ग्रंथ साहिब से माफी मांगें, नही तो संगत के विरोध का करना पड़ेगा सामना: शिअदद

 

स्वतंत्र सिंह भुल्लर ब्यूरो चीफ,नई दिल्ली

- श्री रकाबगंज साहिब गुरुद्वारा में फिल्मी गाने का मामला तूल पकड़ता हुआ

- विरोधी पार्टियां लामबंद । माफी की माँग  

श्री रकाबगंज साहिब के पवित्र मैदान में आपत्तिजनक फिल्मी गानों को अनुमति देकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा गंभीर विवादों में उलझ चुके है। 

 शिरोमणि अकाली दल दिल्ली(सरना) ने अपना विरोध दर्ज करते हुए वर्तमान डीएसजीएमसी अध्यक्ष से गुरु ग्रंथ साहिब के सामने माफ़ी की माँग की। 

शिअदद पार्टी अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने बताया की यदि बादल के लोगो ने माफी नही मांगी तो उनको संगत के भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा। 

प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए सरना ने बताया कि, " जिन पवित्र गुरुद्वारों में गुरुबानी के जाप से सभी दुःख और दर्द खत्म हो जाते है । वहाँ पर अभद्र भाषा के फिल्मी गानों को चलाया जा रहा है। सिखी का प्रचार करने के बजाय सिरसा और कालका हमारे पंथ की मर्यादाओं को खत्म करने में लगे है। "

सरना ने बताया कि पिछले 7 सालों से डीएसजीएमसी के अंदर जो कुछ भी हो रहा है उसको नजरअंदाज नही किया जा सकता। बादल के लोग सिख पंथ की मर्यादाओ का प्रचार -प्रसार करने के बजाय कभी फ्लोरेंस नाईटेंगल का जन्मदिन केट काटकर मनाते है तो कभी गुरु साहिबान को क्वारनटाइन भेजेते है, तो कभी नगर कीर्तन में आपत्तिजनक मूर्ति लगाते है। इनके ऐसे अप्पतिजनक क्रिया कर्मो की लिस्ट बड़ी लंबी है। 

जानकारी हो कि दिल्ली गुरुद्वारा कमिटी अमिताभ बच्चन से फंडिंग लेने और एमआरआई मशीनों के दान में लेने की वजह से भी विवादों में घिरी थी। मामला अकालतख्त साहिब तक पहुंचा था। मामला शांत हुआ नही कि नए विवाद ने शिअद, बादल को गंभीर सवालों के घेरे के लाकर खड़ा कर दिया है।