कोरोना रोगियों को प्लाज्मा डोनेट करना पुण्य का कार्य: नितिन शर्मा


स्वतंत्र सिंह भुल्लर नई दिल्ली


कोरोना रोगियों के उपचार के लिए कोई प्रमाणिक दवा उपलब्ध नहीं होने के कारण कई विधियों से इस बीमारी का उपचार किया जा रहा है इसमें प्लाजमा थेरेपी भी काफी कारीगर सिद्ध हो रहा है। परंतु इसमें शर्त यह है कि जो लोग कोरोनावायरस से संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हो गए वही लोग अपने ब्लड से प्लाज्मा दे सकते हैं। इस पुण्य के कार्य में कई गैर सरकारी संस्थाएं भी काम कर रही है। गिविंग इज लिविंग एन.जी.ओ के माध्यम से 40 वर्षीय मैकेनिकल इंजीनियर नितिन शर्मा ने मैक्स अस्पताल साकेत में कोरोना का उपचार करा रहे हैं 82 वर्षीय महेंद्र सिंह को प्लाज्मा दान किया। नितिन शर्मा का कहना है कि किसी का जीवन बचाना पुण्य का कार्य है, रक्तदान करने से शरीर को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता बल्कि इससे नया रक्त शरीर में बनता है ।श्री शर्मा ने कहा की कोरोना संकट के दौरान अधिक से अधिक प्लाज्मा देकर लोगों की जान बचाना इंसानियत का कार्य है।