"हमारा संविधान भाव एवं रेखांकन" का लोकार्पण


महेंद्र कुमार,नई दिल्ली


दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेले में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास से प्रकाशित पुस्तक हमारा संविधान भाव एवं और रेखांकन का लोकार्पण किया गया. इस पुस्तक को लक्ष्मीनारायण भला द्वारा लिखा गया है. पुस्तक की प्रस्तावना रविशंकर प्रसाद केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रसारण मंत्री द्वारा लिखी गई है. पुस्तक में लक्ष्मीनारायण भाला ने भारत के संविधान के मौलिक चिंतन को  चित्रों के विश्लेषण से बहुत  ही प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया है. पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर गोविंद प्रसाद शर्मा चेयरमैन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास मौजूद रहे इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाजार में सविधान पर आधारित पुस्तकें अनेक भाषाओं में उपलब्ध है. स्वतंत्र  देश का अपना एक संविधान होता है जिसके आधार पर देश का संचालन होता है. अरस्तू ने अपनी पुस्तक रिपब्लिक में 142 राज्यों की कल्पना की है. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय संविधान के प्रत्येक पहलुओं को इस पुस्तक में चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है. इस पुस्तक को पढ़ने से भारतीय सांस्कृति के विकास का पता लोगों को चलेगा. उन्होंने आगे कहा है कि लक्ष्मीनारायण भाला ने अपनी पुस्तक को प्रकाशित करवाने के लिए राष्ट्रीय पुस्तक न्यास को चुना इसके लिए मैं उनको धन्यवाद करता हूं. यह कार्यक्रम चाणक्य वार्ता पत्रिका द्वारा आयोजित किया गया. इस अवसर पर पुस्तक के लेखक  लक्ष्मीनारायण भाला  ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम  से सविधान को समझना आसान हो गया है. किसी भी देश का सविधान उस  देश के मौलिक चिंतन का दस्तावेज होता है. उसी के आधार पर देश का शासन, प्रशासन एवं जनजीवन संचालित होता है. भारत को संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न एवं लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाए रखने के लिए भारत का संविधान ही हमारा मार्गदर्शन ग्रंथ है.इस अवसर पर पदम श्री श्याम सिंह, प्रोफेसर अवनीश कुमार, डॉ प्रमोद दुबे, डॉ अमित जैन आदि गणमान्य अतिथि मौजूद रहे. इस कार्यक्रम में मंच संचालन हरीश जैन द्वारा किया गया.