चोरी के मामले में लाए युवक को पुलिस द्वारा ना छोड़ने पर परिजनों ने किया चक्का जाम

उज्जैन नागु वर्मा


 उज्जैन महिदपुर पुलिस द्वारा चोरी के मामले में पूछताछ के लिए लाए युवक को गायब होने से परिजन नाराज हो गए , जिसमें करीब 5 घंटे तक परिजनों ने नाराजगी के चलते थाने में जमा रहे ।


इस दौरान चक्का जाम भी किया, जो एसडीओपी संध्या राय की समझा ने के बाद   हटाया गया। वही शाम 7:00  बजे के बाद से युवक घर पहुंचा,  जिसने मीडिया को पुलिस की बर्बरता के बारे में बताया ।जानकारी के अनुसार मई माह में दर्जी बाखल मनीष उर्फ जग्गू सोनी के मकान में चोरी की वारदात हो गई थी , जिसमें उनके यहां काम कर रहे कर्मचारी जितेंद्र पुत्र गोविंद यादव पर शंका के चलते 8 दिसंबर से उसे थाने पर बैठा रखा है । परिजन जब भी जाते सुबह शाम मे उसे छोड़ देने का आश्वासन देकर टाल देते । गुरुवार तक भी नहीं छोड़ने पर परिजन ने न्यायालय की शरण ली, जिसमें शुक्रवार को पुलिस ने न्यायालय में नहीं  पहुंची । ऐसे में परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा पहले एसडीएम अभिलाष मिश्रा फिर एसडीओपी संध्या राय को ज्ञापन सौंपकर जितेंद्र के गुम होने की बात बताई मामले में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर परिजनों और रहवासी पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए थाने पहुंच गए । जितेंद्र के बारे में कुछ ठोस जानकारी  जवाब नहीं मिला ,  तो करीब 3:00 बजे चक्का जाम कर दिया ।  1 घंटे के बाद एसडीओपी राय के आश्वासन के बाद हटे लेकिन जितेंद्र को लाने की मांग पर अड़े रहे शाम तक महिला रहवासी थाने में ही जितेंद्र के आने का इंतजार कर रहे थे इसी बीच खबर करीब 7:00 बजे मिली कि जितेन घर पहुंच गया है ऐसे में सभी घर पहुंचे... पुलिस ने की मारपीट पैरों में आई सूजन जितेंद्र ने घर पहुंचने के बाद मीडिया को बताया कि 8 दिसंबर से मुझे थाने में पूछताछ के लिए बुलाया था उसके बाद से घर नहीं जाने दिया चोरी कबूल करने के लिए मारपीट भी की गई जिसमें पैरों व कमर में दर्द है शुक्रवार को सुबह थाने से व्रज वाहन में बैठकर बैजनाथ मंदिर ले गए जहां दिन भर रखा वह दो परिचितों को बुलाकर सुपुर्द कर दिया दर्द के कारण जितेंद्र से चलने की नहीं बन रही थी रात को परिजन शासकीय चिकित्सालय ले गए जहां डॉक्टर आर एस धाकड़ ने उपचार किया डॉक्टर धाकड़ ने बताया कि जितेंद्र के दोनों पैरों में सूजन को देखकर फैक्चर की संभावना है कमर में भी चोट के निशान है वहीं परिजन ने बताया कि जितेंद्र निर्दोष है जिसे पहले भी पूछताछ के नाम पर कहीं बार बुलाया वह मारपीट की गई।