7 वीं आर्थिक गणना में सभी आवासीय व गैर आवासीय यूनिट को शामिल किया जाए-एडीसी

अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने 7 वीं आर्थिक गणना की समीक्षा के लिए ली अधिकारियों की बैठक



डीएडी न्यूज, हिसार
देश की आर्थिक स्थिति, आमजन के रहन-सहन व जीवन स्तर के आकलन के लिए हर पांच वर्ष बाद होने वाली आर्थिक गणना बहुत महत्वपूर्ण है। इस आर्थिक गणना में जिला में स्थित सभी मकानों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों सहित आवासीय व गैर आवासीय ईकाइयों को शामिल किया जाए।
यह निर्देश अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने  अपने कार्यालय में आर्थिक गणना के संबंध में गठित जिला स्तरीय समन्वय समिति के अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए दिए। उन्होंने जिला में चल रही 7 वीं आर्थिक गणना के कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए इसके संबंध में अधिकारियों को आवश्यक हिदायतें दीं।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जिला में 7 वीं आर्थिक गणना का कार्य इस वर्ष अगस्त माह से शुरू हो चुका है। यह गणना अटल सेवा केंद्रों के माध्यम से करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि देश में आर्थिक गणना प्रत्येक 5 वर्ष में करवाई जाती है। पिछली आर्थिक गणना 2013 में हुई थी।
उन्होंने बताया कि देश में चल रहे छोटे, मध्यम व बड़े स्तर के व्यापार व व्यवसायों की जानकारी प्राप्त करने के लिए आर्थिक गणना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके आंकड़ों के आधार पर सरकार आमजन की जरूरतों के अनुरूप बेहतर व लाभकारी योजनाएं बना सकती है। सरकार की योजनाओं का आधार सर्वे के आंकड़े ही होते हैं ताकि आमजन के हित में प्रभावी योजनाएं बनाकर उनका क्रियान्वयन किया जा सके।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि आर्थिक गणना के लिए जिला में सीएससी द्वारा 465 प्रगणक व 247 सुपरवाइजर लगाए गए हैं। इनमें से 121 प्रगणक शहरी क्षेत्र में जबकि 344 ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए गए हैं। इसी प्रकार 26 सुपरवाइजर शहरी क्षेत्र में जबकि 221 सुपरवाइजर ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए गए हैं। अभी तक जिला के 31 गांवों में यह कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
एडीसी उत्तम सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि आर्थिक गणना का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने आमजन से भी अपील की कि हर नागरिक इस कार्य में अपना सहयोग दे। सीएससी का कोई भी प्रगणक अथवा सुपरवाइजर जब भी उनके घर या प्रतिष्ठान पर सूचना लेने आए तो उसे सही जानकारी प्रदान करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आर्थिक गणना कार्य की गति व शुद्धता पर पूरा ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी फैमिली आईडी भी बनवानी चाहिए ताकि सरकारी योजनाओं का आसानी से लाभ मिल सके।
बैठक में एसडीएम परमजीत सिंह, जिला सूचना अधिकारी एमपी कुलश्रेष्ठ, जिला सांख्यिकीय अधिकारी अमिता चैधरी, सीएमजीजीए स्पर्श महेश्वरी, सांख्यीकीय विभाग के एसए रणबीर सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।